भारत सरकार की तरफ से देश के लोगों के लिए बहुत सारी स्कीम को चलाया जा रहा है जिनमे किसानों, महिलाओं, बेटियों और बुजुर्गों के लिए अलग अलग स्कीम है और सभी में काफी अच्छा लाभ भी दिया जा रहा है। बेटियों के लिए सरकार ने जो सुकन्या समृद्धि योजना चलाई है उसमे तो बेटियों के भाग्य को ही बदलकर रख दिया है और उनके आने वाले भविष्य को सुनहरा तथा आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया है।
मौजूदा समय में इस स्कीम में काफी तगड़ा लाभ बेटियों को मिलने लग रहा है। आज अगर आप बेटी के नाम से खाता खुलवाते है और उसमे निवेश करते है तो उसमे कई लाभ आपको मिलेंगे जैसे बेटी की पढाई के लिए खर्चा मिलेगा, बेटी की शादी के लिए खर्चा मिलेगा और साथ में मच्योरिटी के समय में एक बड़ा अमाउंट बेटी के साथ में आ जाता है। चलिए इस स्कीम की पूरी जानकारी आपको एफडी स्कीम के इस आर्टिकल में दे देते है ताकि आपको कैसे निवेश करना है और निवेश के लिए कौन कौन से नियम बनाये गए है इनकी जानकारी अच्छे से प्राप्त हो सके।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
ये योजना भारत की केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है जिसमे बेटियों के नाम से अभिभावकों के द्वारा अकाउंट खुलवाया जा सकता है और उसमे निवेश किया जाता है। बेटी जब 18 की होती है तो उसको पढाई के लिए स्कीम में जमा पैसे का 50 फीसदी और जब शादी की आयु होती है तो भी शादी के खर्चे के लिए पैसे निकलने का ऑप्शन दिया जाता है। इसके अलावा इस स्कीम में 8.2 फीसदी की दर से बेटियों को ब्याज का लाभ भी दिया जाता है।
इस योजना को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सरकार ने साल 2015 में शुरू किया गया था। इस स्कीम को शुरू करने का मुख्य उद्देशय बेटियों को उनकी पढाई और उनकी शादी के खर्चों के लिए आर्थिक सहयोग देना है। मौजूदा समय में आंकड़ों को देखा जाए तो करोड़ों लोगों ने अपनी बेटी के नाम से इस योजना में खाता खुलवाया हुआ है और उसमे निवेश कर रहे है।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश के लिए बनाये गए नियम क्या है?
अगर आप बेटी के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account) में खाता खुलवाना चाहते है तो आपको बता दें की इसमें निवेश के लिए कुछ नियम भी निर्धारित किये गए है जिनके तहत निवेश करना होता है और निवेश के समय भी ध्यान रखना होता है नहीं तो खाते को सरकार की तरफ से निष्क्रिय कर दिया जाता है। देखिये कौन कौन से नियम भारत सरकार ने इस योजना में निवेश के लिए लागु किये है।
- बेटी की आयु 10 वर्ष की होने तक ही खाता खुलवाया जा सकता है
- योजना में निवेश की अवधी 15 साल की है लेकिन मच्योरिटी अवधी 21 साल की है।
- एक परिवार में दो बेटियों को लाभ मिलता है लेकिन दूसरी बेटी के जन्म के समय जुड़वां बेटियों के जन्म लेने पर तीनों बेटियों को लाभ मिलता है।
- एक साल में कम से कम 250 रूपए निवेश करने अनिवार्य है।
- एक साल में अधिकतम 1 लाख 50 हजार का निवेश किया जा सकता है।
- सालाना न्यूनतम राशि जमा नहीं करने पर खाते को निष्क्रिय कर दिया जाता है।
- निष्क्रिय खाते को फिर से चालू करवाने पर आपको 50 रूपए सालाना जुर्माना देना होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता कैसे खुलवाया जाता है?
इस योजना में बेटी के नाम से खाता खुलवाकर अगर आप निवेश करना चाहते है तो आप डाकघर में या फिर किसी भी अधिकृत वित्तीय संस्थान भेजकर के बेटी का अकाउंट ओपन करवा सकते है। डाकघर में या अन्य वित्तीय संस्थान में बेटियों को मिलने वाला ब्याज एक समान ही होता है। इसके अलावा डाकघर में अगर आप बेटी का खाता खुलवाते है तो भी और बैंक में खाता खुलवाते है तो भी स्कीम के सभी नियम दोनों ही जगह पर लागु होते है। खाता खुलवाने के लिए आपको कुछ जरुरी दस्तावेज भी देने होते है जिनके बारे में हमने यहां निचे बताया हुआ है।
- बेटी के जन्म के दस्तावेज
- माता पिता / अभिभावक का आधार कार्ड
- माता पिता / अभिभावक का स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- बेटी के दो पासपोर्ट साइज के फोटो
- माता पिता / अभिभावक के भी दो पासपोर्ट साइज के फोटो
सुकन्या समृद्धि योजना में ये लाभ भी मिलते है
सरकार की इस योजना में निवेश करने पर अभिभाकों को आयकर में छूट का लाभ भी मिलता है जिसमे एक साल में अधिकतम 1 लाख 50 हजार रूपए की छूट का लाभ आयकर की धारा 80C के तहत दिया जाता है। इस योजना में निवेश करने के बाद में बेटी की आयु जब 18 वर्ष की होती है तो उस खाते में जमा कुल राशि का 50 फीसदी पैसा बेटी की उच्च शिक्षा के लिए आप निकाल सकते है। इसके अलावा बेटी की आयु जब शादी की होती है तो भी आपको इस योजना में जमा पैसे में से शादी के खर्चे के लिए पैसे निकलने की अनुमति भारत सरकार की तरफ से दी जाती है।
5 हजार प्रति महीना निवेश पर 27 लाख कैसे मिलेगा?
सुकन्या समृद्धि योजना में आप अगर हर महीने 5 हजार रूपए का निवेश कर रहे है तो आपको बता दें की ये निवेश आपको अगले 15 साल की अवधी के लिए करना होगा। एक साल में आपसे इस स्कीम में कुल 60 हजार जमा होते है और 15 साल में आप इस स्कीम में कुल 9 लाख का निवेश कर देते है।
अब इस स्कीम में 8.2 फीसदी सालाना ब्याज दिया जाता है जो की इयरली कम्पाउंडेड भी होता है के अनुसार गणना करके बेटी को लाभ प्रदान किया जाता है। मच्योरिटी की अवधी 21 वर्ष की है तो 15 साल पुरे होने के बाद में आपका निवेश बंद हो जाता है और फिर 6 साल तक बिना निवेश के निवेश की हुई राशि पर ब्याज का लाभ मिलता रहता है।
जब स्कीम के 21 वर्ष पुरे होते है तो बेटी को सरकार की तरफ से 27,71,031 रूपए रिटर्न के रूप में दिया जाता है जिसमे एक तो आपके द्वारा निवेश किया गया 9 लाख रूपया शामिल होता है और इसके अलावा बेटी को 18,71,031 रूपए निवेश की राशि पर ब्याज का लाभ मिलता है। तो इस तरह से आप बेटी को आने वाले भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत कर सकते है और उसकी उच्च शिक्षा भी आसानी के साथ में करवा सकते है। आपको एफडी स्कीम का ये आर्टिकल कैसा लगा हमें निचे कमेंट में जरूर बताना और आर्टिकल को शेयर जरूर करना। अगर आपको कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमे निचे दी गई ईमेल पर मेल भी कर सकते है।