SBI Public Provident Fund Scheme – स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया देश का सबसे बड़ा बैंक है और साथ में ये एक सरकारी बैंक भी है जिसमे निवेश करने के बाद में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। SBI Bank देश के करोड़ों लोगों का भरोसा अपने साथ में लेकर चलता है और यही वजह है की आज सबसे अधिक निवेश की जब बात होती है तो एसबीआई का नाम सबसे आगे आता है।
एसबीआई की तरफ से अपनी बचत योजनाओं में ग्राहकों को हमेशा से ही अधिक ब्याज दरों के साथ में तगड़ा रिटर्न दिया है और अब अपनी पीपीएफ स्कीम में णिव्वेष करने पर ग्राहकों को एक बार फिर से मालामाल किया जा रहा है।
पीपीएफ स्कीम भारत सरकार के द्वारा संचालित एक बचत योजना है जिसमे आप हर महीने पैसे को निवेश करके अपने आने वाले समय को आर्थिक रूप से काफी मजबूत कर सकते है। चलिए जानते है की एसबीआई की पीपीएफ स्कीम में कैसे निवेश किया जाता है और कैसे आपको इसमें निवेश के बाद में लाखों का रिटर्न मिलने वाला है।
SBI PPF (Public Provident Fund) क्या है?
एक्चुअल में पीपीएफ फण्ड को भारत सरकार की तरफ से संचालित किया जाता है और इसके बाद डाकघर या फिर सरकार के अधिकृत बैंकों में इस स्कीम में निवेश किया जा सकता है। आप स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की जगह किसी दूसरे अधिकृत बैंक में जाकर या फिर डाकघर में जाकर भी पीपीएफ स्कीम में अपना निवेश कर सकते है।
पीपीएफ स्कीम एक लम्बी समय अवधी वाली बचत योजना है जिसमे तगड़ी ब्याज दर के साथ साथ में ग्राहकों को कम्पाउंडिंग का लाभ भी दिया जाता है। इस स्कीम में 15 साल की अवधी के लिए निवेश किया जाता है और इसके आगे 5 – 5 साल के ब्लॉक में आगे भी बढ़ा सकते है।
पीपीएफ में कितना ब्याज मिलता है?
भारत सरकार की तरफ से चलाई जा रही इस स्कीम में निवेश करने पर जो ब्याज दर दी जाती है उस ब्याज दर में समय समय पर बदलाव किया जाता है। मौजूदा समय में आपको इस स्कीम में निवेश करने के बाद में 7.1 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जा रहा है। ब्याज आपको इसमें सालाना दिया जाता है और साथ में आपको कम्पाउंडिंग का लाभ भी मिलता है।
ये लोग कर सकते है निवेश
भारत की केंद्र सरकार की तरफ से संचालित की जा रही पीपीएफ स्कीम में देश का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है। निवेश के लिए आयु सिमा 18 वर्ष होनी जरुरी है और जो भी अभिभावक अपने बच्चे के नाम से पीपीएफ खाता खुलवाएगा या फिर खुलवा रखा है उनको बता दें की 1 अक्टूबर से सरकार की तरफ से इसके नियमों में बदलाव किया जाए रहा है। अब बच्चे को 18 वर्ष की आयु तक सेविंग अकाउंट जितना ही ब्याज दिया जायेगा।
कोई भी एनआरआई इस स्कीम में निवेश कर सकता है लेकिन इसमें भी 1 अक्टूबर से नियम बदल जायेगा और फिर एनआरआई को ब्याज दर का लाभ इस स्कीम में नहीं दिया जायेगा। इसके अलावा हिन्दू अविभाजित परिवार जो होते है वे भी इस स्कीम में अपने पैसे को निवेश नहीं कर सकते है।
निवेश की समय अवधी और सीमा
एसबीआई पीपीएफ स्कीम में आप सालाना पैसे जमा कर सकते है लेकिन एक साल में 12 किस्तों में पैसे को जमा कर सकते है इसका मतलब हर महीने इस स्कीम में आप पैसे निवेश कर सकते है। एक साल में आपको इस स्कीम में कम से कम 1000 रूपए का निवेश करना जरुरी होता है और अधिकतम आप इस स्कीम में एक साल में 1 लाख 50 हजार रूपए का निवेश कर सकते है।
पीपीएफ स्कीम में निवेश करने की अवधी 15 साल की होती है और 15 साल के बाद में आपको मच्योरिटी का लाभ दे दिया जाता है। इसके अलावा आपको बता दें की पीपीएफ स्कीम में निवेश के बाद में आपको आयकर में छूट भी दी जाती है जिसको आयकर अधिकनियम 80C के तहत दिया जाता है।
हर महीने 1000 रूपए जमा करेंगे तो कितना पैसा मिलेगा
पीपीएफ स्कीम में अगर आपने हर महीने एक हजार रूपए का निवेश करना शुरू कर दिया है तो आपको एक साल में इस स्कीम में 12000 रूपए का निवेश करना होता है। 15 साल की अवधी के दौरान आपको इस स्कीम में कुल 1 लाख 80 हजार रूपए का निवेश करना होता है। जब स्कीम को 15 साल की अवधी पूरी होती है तो आपको इसका मच्योरिटी लाभ दिया जाता है।
मच्योरिटी के समय में आपको इस स्कीम से सरकार ₹3,25,457 रिटर्न देती है जिसमे आपके द्वारा निवेश की गई 1 लाख 80 हजार रूपए की राशि के अलावा आपको मिलने वाला ब्याज का ₹1,45,457 होता है। पीपीएफ स्कीम में अधिक मुनाफा इसलिए भी होता है की इसमें आपको कम्पाउंडिंग का लाभ मिलता है जिसमे ब्याज पर भी ब्याज दिया जाता है।